आपको पाने की चाहत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है हम ख्वाहिशों के समंदर में उतरते जा रहे हैं हम आपके हुस्न और अदा के इस तरह दीवाने हुए आप को देखे बिना बेचैन रहने लगा हूं
बदले हुए इरादे से हैरान हूं आखिर वह कसमे वादे कहां खो गए मोहब्बत की पनाहों में अच्छी जिंदगी की ख्वाहिश थी मैं तन्हाई के समंदर में डूब कर रह गया हूं गलतफहमी से प्यार भरी मुस्कान झूठे वादों पर भरोसा हो गया जब सब कुछ लूट कर चली गई तब एहसास हुआ मेरे साथ धोखा हो गया