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उसकी बातों पर यकीन अब न मुझको रहा

 उसकी बातों पर यकीन अब न मुझको रहा क्योंकि कई बार वह मेरे भरोसे को तोड़ चुकी है अब उसकी गलियों में आना जाना कम कर दिया है यूं समझ लीजिए धीरे-धीरे उसकी गलियों को छोड़ चुका हूं

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New Hindi shayari 2022

मुझे मोहब्बत हो गई है अब दिल को समझाना मुमकिन नहीं होगा करीब रहने का इंतजाम कर दो दूर रहने में जान निकल जाएगी दिल का हाल क्या बताएं सब कुछ भूल जाता है जब किसी से सच्चा प्यार होता है कभी मीठी मीठी बातों से तो कभी आंखों के इशारों में प्यार होता है उसके रूठ जाने की वजह क्या थी असमंजस में फंसा हुआ हूं हर कदम इशारों पर चलता रहा हूं सादगी से मोहब्बत करता रहा हूं तकलीफ कुछ कम हो गई होती जो बता देती मेरी खता क्या है

हमारी मोहब्बत क्या है

 हमारी मोहब्बत क्या है धीरे धीरे समझ जाओगी तोड़कर नफरत की दीवार मेरे करीब आओगे जिस तरह तुमसे बेपनाह मोहब्बत करता हूं यह बेकार नहीं जाएगी जब सही ढंग से मुझको समझ जाओगी